बुधवार, 11 सितंबर 2019

ग़ज़ल 125 [42 D] : आप से आज क्या क्या माँगू---

ग़ज़ल 125[42 D]

2122-----1222
फ़ाअ’लातुन---मुफ़ाईलुन
बह्र-ए-मुशाकिल मुरब्ब: सालिम
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ग़ज़ल :  आप से आज क्या माँगू

आप से आज  क्या  माँगू
दर्द-ए-दिल की दवा माँगू

हुस्न उनका क़यामत है
दाइमी की  दुआ  माँगू

क़ैद हूँ जुर्म-ए-उल्फ़त में
उम्र भर की सज़ा  माँगू

ज़िन्दगी भर नहीं  उतरे
इश्क़ का वह नशा माँगू

सादगी  से  मुझे  लूटा
वो ही तर्ज-ए-अदा माँगू

आप की बस इनायत हो
आप से और क्या माँगू

हमसफ़र आप सा ’आनन’
साथ मैं  आप का माँगू

-आनन्द.पाठक-
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